अजमेर में हिंदुत्ववा गुंडों द्वारा एक मुस्लिम फकीर व उसके मासूम बच्चे के साथ हुई मोब लिंचिंग
जयपुर, राजस्थान में लगातार हो रही मोब लिंचिंग की घटनाओं को देखते हुए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद आसिफ ने एक बयान में कहा कि राजस्थान में पिछले कुछ वर्षों से लगातार मोब लिंचिंग की हिंसक घटनाएं हिंदुत्वा फासीवादी गुंडों द्वारा की जा रही है।
राजस्थान में लगातार मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाकर ऐसी घटनाएं घटित होना बेहद शर्मनाक व अफसोस जनक है। मुस्लिम मतों से जीत कर आने वाली कांग्रेस सरकार में भी इस तरह की दुर्दांत घटनाएं मुस्लिम समाज में खौफ और दहशत का माहौल पैदा कर रही है। इससे यह जाहिर होता है कि कांग्रेस सरकार मुस्लिमों को सिर्फ वोट के लिए इस्तेमाल करती है। उनके हक और इंसाफ के लिए राजस्थान सरकार बिल्कुल भी गंभीर नहीं है जिसके कारण लगातार प्रदेश में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति हो रही है।
हाल ही में अजमेर में गुंडों ने एक मुस्लिम फकीर को मोब लिंचिंग का शिकार बनाया है। मजलूम एहसान अली अपने बच्चों के साथ मोहल्ले में मांग कर पेट भरता है। साजिश पूर्वक गुंडों ने उसके मासूम बच्चे व उसको मुर्गा बनाकर पीटा और पाकिस्तान जाने के लिए कहा। 5 दिन से सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने के बावजूद पुलिस द्वारा संज्ञान लेकर इस पर दंगा भड़काने, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, मारपीट करने, सोशल मीडिया के जरिए दहशत फैलाने वाली आईटी एक्ट व समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। अजमेर पुलिस द्वारा लीपापोती करने के लिए सामान्य धारा 151 में अपराधियों को गिरफ्तार कर तुरंत जमानत दे दी। इससे यह समझ में आता है कि राजस्थान में भी पुलिस का रवैया मोब लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व फासीवादी गुंडे की हौसला अफजाई करता है।
राजस्थान सरकार को इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए अपराधियों की यूएपीए व एनएसए जैसे धाराओं में मुकदमा दर्ज करा इन पर लगाम लगानी चाहिए ताकि राजस्थान में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो। यदि सरकार द्वारा ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाया गया तो इसका परिणाम आने वाले चुनाव में कांग्रेस सरकार को भुगतना पड़ेगा।
मोहम्मद आसिफ ने कहा कि राजस्थान एक शांत प्रदेश है। यहां एक गंगा जमुनी तहजीब है और सभी मिलजुल कर रहते हैं लेकिन आरएसएस के इशारों पर प्रदेश का माहौल खराब करने के लिए लगातार इस तरह की सांप्रदायिक घटनाएं कारित की जा रही है। सरकार इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है। इससे प्रदेश का सांप्रदायिक माहौल कभी भी खराब हो सकता है। सरकार को चाहिए कि ऐसी घटना को तुरंत रोकने के लिए सख्ती से ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इन्हें शीघ्र गिरफ्तार करवाएं और इन मामलों में लीपापोती करने वाले पुलिस के अधिकारियों पर भी कार्यवाही करें ताकि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं हो। प्रदेश का सांप्रदायिक सद्भाव बना रहे और लोगों का पुलिस पर भरोसा बढे।
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