रणथम्भौर दुर्ग में 30 अगस्त से 1 सितंबर, 2022 तक भरने वाले प्रसिद्ध त्रिनेत्र गणेश मेले की व्यवस्थाओं को लेकर जिला प्रशासन द्वारा जोर शोर से तैयारियां की जा रही है।
सवाई माधोपुर, 18 अगस्त। रणथम्भौर दुर्ग में 30 अगस्त से 1 सितंबर, 2022 तक भरने वाले प्रसिद्ध त्रिनेत्र गणेश मेले की व्यवस्थाओं को लेकर जिला प्रशासन द्वारा जोर शोर से तैयारियां की जा रही है।
जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला परिषद सभागार में गणेश मेले के दौरान भंडारा लगाने वाले संचालकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा कि गणेश मेले में भंडारा लगाने के लिए कई भक्त आगे आ रहे हैं। यह सभी के लिए आवश्यक है की प्रशासन के साथ समन्वय बनाते हुए भंडारे का संचालन किया जाए। उन्होंने कहा कि त्रिनेत्र गणेश मेले को लेकर हमारे पास मौजूद पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए जिस हिसाब से व्यवस्था रहती है, उसमें काफी हद तक सुधार की जरूरत है। हमें सीकर स्थित खाटू श्याम मेले के आयोजन को लेकर भी सीखने की जरूरत है जहां पर काफी सुविधाजनक तरीके से मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं झेलनी पड़ती। पैदल रास्ता और भीड़-भाड़ के चलते कई बार अप्रिय घटना घटित हो जाती है, इस पर रोक लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पिछले विगत वर्षो से किस तरह से मेले का आयोजन हो रहा है उसमें क्या-क्या व्यवस्थाएं की जाती थी इस पर सभी लोगों से सुझाव मांगे। उन्होंने भण्डारे लगाने के लिए आवेदन उपखण्ड अधिकारी कार्यालय सवाई माधोपुर में 23 अगस्त तक जमा करवाने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश के अन्य दूसरे जिलों में जो बड़े आयोजन होते हैं उनसे सीखना चाहिए, साथ ही प्रशासन का भी सहयोग कर हम मेले की व्यवस्थाओं को अधिक बेहतर कर सकते हैं। भंडारे को सुव्यवस्थित कर उससे होने वाली गंदगी को कम करने का प्रयास करें। हम उसमें शत-प्रतिशत तो नहीं लेकिन जितना हो सके सुधार करने का प्रयास करें ताकि दूसरे जिले एवं राज्यों से आने वाले श्रद्धालु यहां की अच्छी छवि लेकर जाएं। उन्होंने सभी भण्डारा संचालकों को उच्च गुणवत्ता की खाद्य सामग्री का उपयोग भोजन बनाने में करने के निर्देश प्रदान किए।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार विश्नोई ने कहा कि गणेश मेला राजस्थान का ही नहीं देश का एक बड़ा मेला है जहां पर आयोजन के दौरान स्वयंसेवकों के चयन में भी आप लोगों को आवश्यक ध्यान रखने की जरूरत है ताकि असामाजिक तत्वों का प्रवेश रोककर किसी भी तरह की अनैतिक गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने कहा कि सभी भंडारा संचालकों को पुलिस प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर रखना होगा ताकि मेले के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था नहीं हो तथा जेब कतरों छीना झपटी जैसी वारदात पर रोक लगाने में पुलिस को मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार पार्क के 1 किलोमीटर दायरे के अंदर डीजे बजाने पर पाबंदी लगी है, इसका भी विशेष ध्यान रखा जाए।
नगर परिषद आयुक्त नवीन भारद्वाज ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सिंगल यूज प्लास्टिक एवं पॉलीथिन का उपयोग नहीं किया जा सकता। इसके विकल्प उपयोग में लाकर भंडारे संचालित किए जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक भण्डारा संचालक 5 सफाई कर्मी, डस्टबिन के रूप में 3 ड्रम रखेंगे एवं सिंगलयूज प्लास्टिक एवं डिस्टपोजल का उपयोग नहीं करेंगे। साथ ही माईकि सिस्टम व अपने आस पास के क्षेत्र में साफ-सफाई रखेंगे। बैठक में उपस्थित भंडारा संचालकों ने भी अपने अनुभव साझा किए।
बैठक में जिला परिषद सीईओ अभिषेक खन्ना, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सूरज सिंह नेगी, यूआईटी सचिव महेन्द्र मीना, एसडीएम कपिल शर्मा, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजीत सहरिया, विकास अधिकारी सवाई माधोपुर सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं भण्डारा संचालक उपस्थित रहे।