राज्य मानव अधिकार आयोग के अलावा राज्य महिला आयोग को भी पत्र भेजा
एन सी एच आर ओ के सहायक मीडिया प्रभारी अमीरुद्दीन ने एक प्रेस नोट जारी करके बताया कि संगठन के प्रदेश महासचिव शब्बीर आजाद ने भीलवाड़ा जिले के कई गांव में कुकड़ी प्रथा जो की लड़कियों और औरतों के अधिकारों का हनन करती है इस तरह की प्रथा अभी तक भीलवाड़ा जिले में अमल में लाई जा रही है जबकि हमारे देश को आजाद हुए 70 साल से ज्यादा हो चुके हैं फिर भी औरतों और नव विवाहित लड़कियों के साथ कुकडी प्रथा का अमल में लाना उनके अधिकारों को छीना जाना है।
संगठन के महासचिव शब्बीर आजाद ने राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कर और महिला आयोग को पत्र से बताया कि तकरीबन 3 महीने पहले 11 मई 2022 को एक 24 साल की लड़की का विवाह संपन्न हुआ जब दुल्हन को ससुराल भेजा गया तो वहां के लोगों ने नव विवाहित लड़की के साथ वर्जिनिटी टेस्ट को लेकर कुकड़ी प्रथा को अमल में लाया गया जिसके द्वारा वहां ससुराल वाले सभी लड़कियों को वर्जिनिटी टेस्ट में सफल और असफल का परिणाम देते है दुर्भाग्य से नवविवाहित लड़की कुकडी प्रथा के वर्जिनिटी टेस्ट में फेल हो जाती है। जबकि लड़की के साथ हुए कुछ समय पहले बलात्कार के मामले को उसने अपने ससुराल वालों को बता दिया था उसके बावजूद भी लड़की के पति, सास व ससुर सभी ने मिलकर लड़की को बुरी तरह से पीटा और उसके बाद गांव के लोगों द्वारा बैठाई गई पंचायत में शिकायत कर दी गई पंचायत के फैसले में लड़की पर वर्जिनिटी टेस्ट में फेल होने की वजह से ₹10 लाख का जुर्माना ससुराल वालों को देने को कहा जाता है वहां की पंचायत द्वारा लड़की पर जुर्माना और कुकडी प्रथा को अमल में लाते हुए लड़कियों के अधिकारों का हनन किया जाना साफ तौर पर कानून के खिलाफ है।
संगठन के महासचिव शब्बीर आजाद ने महिला आयोग व राज्य मानव अधिकार आयोग से इस मामले में हस्तक्षेप कर जल्द से जल्द कानूनी कार्यवाही करके लड़की व उसके परिवार को न्याय दिलाए जाने और इस तरह की गैर कानूनी कार्यवाही पर जल्द से जल्द कदम उठाने की मांग की ताकि राज्य में इसके बाद किसी दूसरी लड़की के साथ इस तरह का अन्याय ना किया जाए।