हरी राम मीणा ने इस पूरे मामले को विस्तार से अपनी फेसबुक वॉल पर साझा किया है। उनकी पोस्ट के मुताबिक जयपुर में नाढ़ला गोत्र के मीणाओं का पुराना आमागढ़ ( जिसे आम्बागढ़ भी कहते हैं ) किला और अम्बा माता का मंदिर स्थित है। इस मध्यकालीन स्मारक पर कुछ सालों पहले तक पुरातत्व विभाग का सूचना पट्ट लगा हुआ था, जिस पर लिखा गया था कि ‘मीणों का यह दुर्ग उत्तर की ओर एक पहाड़ी पर स्थित है।
ये पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब युवा शक्ति मंच नामक एक संगठन की ओर से आमागढ़ स्थल पर कब्ज़ा करने की नियत रखते हुए वहां बिजली के बेकार पड़े खम्भे पर अपने संगठन का नाम अंकित करते हुए भगवा झंडा लगा दिया। इसके बाद अम्बा माता मंदिर का नाम भी बदल दिया गया, और वहां मौजूद शिव व गणेश की पुरानी मूर्तियों को खंडित कर उनके स्थान पर नयी प्रतिमाएं रख दीं गईं, इसके अलावा मंदिर के एक कक्ष को संगठन का कार्यालय भी बना दिया गया।